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Thursday, August 5, 2010

टहनी का मन

) वो एक है लाखों में, वो रहता है पलकों पर 
    उसे देखा नहीं उसे सोचा तो है 
   दिल पर मेरे भी वो देने दस्तक 
   एक दिन आयेगा,आयेगा,आयेगा 

२) तेरे हर सवाल का जवाब बन जाउं मैं 
   तुझे चाहुं इतना कि दुनिया को भूल जाउं मैं ||
   चाहत को अश्को के मोती बनाऊ मैं 
   तेरे लिए इस जहां को भी बिसराऊ मैं ||


३) ना करता शिकायत जमाने से कोई 
   अगर मान जाता मनाने से कोई ||
   किसी को क्यों याद करता कोई 
   अगर भूल जाता भुलाने से कोई ||
 

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